उनकी पूरी तरह से सटीक व्याख्या नहीं की जा सकती उनकी पूरी तरह से सटीक व्याख्या नहीं की जा सकती
गलती से उसकी खास सहेली का भी जिक्र आ गया जो मेरे चलते उसकी सहेली बनी बैठी थी । गलती से उसकी खास सहेली का भी जिक्र आ गया जो मेरे चलते उसकी सहेली बनी बैठी थी ।
गाड़ी जाते जाते उसके हाथों से मेरा हाथ छूटने लगा,मैं उसे जाते हुए देख रहा था, अपने ही ख़ गाड़ी जाते जाते उसके हाथों से मेरा हाथ छूटने लगा,मैं उसे जाते हुए देख रहा था, अप...
ओर मैं उसके चहरे को गौर से देखने लगी। ओर मैं उसके चहरे को गौर से देखने लगी।
"तो फिर आज के लिए इतना ही। धन्यवाद।" "धन्यवाद,चाचाजी।" "तो फिर आज के लिए इतना ही। धन्यवाद।" "धन्यवाद,चाचाजी।"
अब दोनों भाई-बहन चिक बनाने लगे थे। अब दोनों भाई-बहन चिक बनाने लगे थे।